आजु री नीके स्यामा स्याम -सूरदास

सूरसागर

1.परिशिष्ट

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आजु री नीके स्यामा स्याम।
कुज भवन तै निकसे है पिय आगै पाछै बाम।।
लटपट पेच मरगजे बागे सो लखि लज्जित काम।
'सूरदास' प्रभु रैनिउनीदे जागे चारौ जाम।। 83 ।।

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