यह लेख पौराणिक ग्रंथों अथवा मान्यताओं पर आधारित है अत: इसमें वर्णित सामग्री के वैज्ञानिक प्रमाण होने का आश्वासन नहीं दिया जा सकता। विस्तार में देखें अस्वीकरण
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परशु अस्त्र का प्रयोग प्राचीन काल के युद्धों में होता था। यह फरसे के समान होता था।
- यह अस्त्र महर्षि परशुराम के पास अक्सर रहता था, इसी से इस अस्त्र का नाम उनके नाम पर ही 'परशु' पड़ा था।
- इसके नीचे लोहे का एक चौकोर मुँह लगा होता था तथा इसकी लम्बाई दो गज़ थी।
- परशु का प्रयोग महाभारत काल में किया जाता था। प्राचीन समय में देवी-देवता भी इसका प्रयोग करते थे।
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