पौण्ड्र का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत भीष्म पर्व के अनुसार यह एक महाशंख था, जिसे भीम ने बजाया था।[1]
- 'पौण्ड्र' महाबली भीमसेन के शंख का नाम था। जब महाभारत का युद्ध प्रारम्भ होने वाला था, तब सभी योद्धाओं ने अपने-अपने शंख बजाये। भीम ने भी पौण्ड्र नामक शंख बजाकर युद्ध का शंखनाद किया।