महेंद्र

Disamb2.jpg महेंद्र एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- महेंद्र (बहुविकल्पी)

महेंद्र का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। यह एक पर्वत है, जो उड़ीसा से लेकर मद्रास के मदुरा ज़िले तक फैला हुआ है।

  • ब्रह्मांण पुराण के अनुसार ये सात कुल पर्वतों में से एक जो भारत वर्ष में है।[1]
  • परशुराम ने यहाँ 2 बार 12 वर्षों तक तपस्या की थी।[2]
  • यह इन्द्र तथा विष्णु को अतिप्रिय है।[3]
  • भंड से युद्ध के समय देवी ने इसे चारों ओर अग्नि से घेर दिया था।[4]
  • यहाँ की नदियों के लिए द्रष्टव्य है।[5]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 412 |

  1. भागवत पुराण 5.19.16;7.14.32; ब्रह्मांण 2.16.16; मत्स्य पुराण 114.17,31;124.21; वायु पुराण 45.89; विष्णु पुराण 2.3.3
  2. ब्रह्मांण 3.44.36;46.29; भागवत पुराण 10.79.12;9.16.26
  3. ब्रह्मांण पुराण 3.13.17
  4. ब्रह्मांण पुराण 4.26.17-32
  5. वायु पुराण 39.10; 53.33; विष्णु पुराण 1.9.18; 5.10.36; 11.4

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