सहज गीता -स्वामी रामसुखदास
अध्याय | पाठ का नाम | पृष्ठ संख्या |
1. | अर्जुन विषाद योग | 1 |
2. | सांख्य योग | 6 |
3. | कर्म योग | 16 |
4. | ज्ञान कर्म संन्यास योग | 22 |
5. | कर्म संन्यास योग | 29 |
6. | आत्म संयम योग | 33 |
7. | ज्ञान विज्ञान योग | 40 |
8. | अक्षर ब्रह्म योग | 45 |
9. | राज विद्याराज गुह्य योग | 49 |
10. | विभूति योग | 55 |
11. | विश्वरुपदर्शन योग | 60 |
12. | भक्ति योग | 67 |
13. | क्षेत्र क्षेत्रज्ञ विभाग योग | 70 |
14. | गुणत्रयविभाग योग | 76 |
15. | पुरुषोत्तम योग | 80 |
16. | दैवासुर सम्पद्विभाग योग | 84 |
17. | श्रद्धात्रय विभाग योग | 89 |
18. | मोक्ष संन्यास योग | 93 |
गीता सार | 104 |