पार्थ सारथि -सुदर्शन सिंह 'चक्र' पार्थ सारथि क्रम संख्या पाठ का नाम पृष्ठ संख्या 1. मंगलाचरण 1 2. अपनी बात 1 3. प्रस्तावना 5 4. गुरुतत्व 11 5. जगद्गुरु 18 6. अक्रूर आये 22 7. पाण्डव ही क्यों 26 8. शोक समाचार 28 9. प्रथम-मिलन 31 10. इन्द्रप्रस्थ आगमन 34 11. माया-दर्शन 37 12. खाण्डव-दाह 42 13. इन्द्र का वरदान 48 14 मय का सभा निर्माण 50 15. हस्तिनापुर-कर्षण 53 16. राजसूय यज्ञ का प्रस्ताव 57 17. गिरिव्रज-गमन 62 18. जरासन्ध–वध 65 19. बन्दी-मुक्ति 69 20. राजसूय-यज्ञ 76 21. अग्र-पूजा 79 22. शिशुपाल-वध 82 23. बैर का बीज हँसी 89 24. दानी कर्ण 92 25. इन्द्रप्रस्थ से विदा 95 26. वस्त्रावतार 97 27. वन में मिलन 102 28. द्रौपदी-सत्यभामा संवाद 106 29. दुर्वासा से परित्राण 110 30. पार्थ पवनपुत्र परिचय 114 31. संजय द्वारा संदेश 117 32. श्रीकृष्ण के नाम-संजय की व्याख्या 120 33. दूतत्व की प्रस्तुति 123 34. पाञ्चाली का आक्रोश 128 35. प्रस्थान 130 36. स्वागत की तैयारी 132 37. दुर्योधन का आतिथ्य अस्वीकार 135 38. केले के छिलके 137 39. शान्ति दूत 141 40. दुर्योधन की दुराभिसन्धि 148 41. माता कुन्ती का सन्देश 151 42. कर्ण की मनस्विता 153 43. युद्ध की प्रस्तुति 155 44. शक्ति का संस्तवन 156 45. बर्बरीक-वध 158 46. अर्जुन का व्यामोह 160 47. गीतोपदेश 163 48. अंडों की रक्षा 181 49. प्रण-भंग 183 50. द्रौपदी भीष्म-शिविर में 187 51. पुनः प्रण-भंग 193 52. भक्त वत्सल 195 53. अभिन्न सखा 199 54. भक्त-भयहारी 201 55. अर्जुन की प्रतिज्ञा 203 56. सचिन्त श्रीकृष्ण 205 57. अर्जुन का स्वप्न 209 58. युद्ध में अश्व परिचर्या 212 59. जयद्रथ-वध 216 60. विचित्र प्रसन्नता 221 61. सत्यासत्य 229 62. नारायणास्त्र से रक्षा 234 63. आग्नेयास्त्र निष्प्रभाव 236 64. कर्ण को स्वीकृति 239 65. बात का बतंगड़ 241 66. हनुमान का आवेश 247 67. नाग से रक्षा 250 68. कर्ण मारा गया 253 69. शल्य भी समाप्त 257 70. दुर्योधन को मतिभ्रम 259 71. युधिष्ठिर को उलाहना 261 72. श्रीबलराम का कोप-शमन 264 73. अर्जुन का रथ भस्म 163 74. पाण्डव-परित्राण 270 75. अश्वत्थामा से रक्षा 272 76. ब्रह्मास्त्र से पुन: रक्षण 277 77. अश्वत्थामा को शाप 281 78. भीमसेन की रक्षा 285 79. गान्धारी का शाप 288 80. बर्बरीक का सिर 291 81. युधिष्ठिर का अनुताप 294 82. भक्त–भक्तमान 299 83. भीष्म पर अनुग्रह 302 84. भीष्म-स्तुति 307 85 अपने नामों की व्याख्या 311 86. अनुगीता 316 87. कृष्णार्जुन-युद्ध 324 88. परीक्षित को पुनर्जीवन 331 89. अश्वमेध यज्ञ 336 90. शूरभक्त सुधन्वा 340 91. युधिष्ठिर को धर्मोपदेश 351 92. द्वारिका-गमन 355 93. उपसंहार 359 94. अंतिम पृष्ठ 362 वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ ऋ ॠ ऑ श्र अः